India News(इंडिया न्यूज़), Chamba News: पानी सबके लिए बहुत ज्यादा जरुरी होता है। चाहे वो कियी भी काम के लिए हो, क्योंकि जल ही जीवन है। तो ऐसे में समुद्रतल से 8 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भरमौर के महौण गांव की। जहां सालों से पीने वाला पानी की चल रही समस्या का हल नहीं होने के कारण वहा के लोग उस गांव को लोग छोड़कर चले गए। जिसके बाद अब उस गांव में महज 2 से 3 परिवार ही रह गए। बता दें इस गांव में 68 साल से पीने कि पानी की समस्या चल रही है। पर सोचने वाली बात तो ये है कि जलशक्ति महकमे ने 16 लाख 17 हजार रुपये खर्च कर गांव के लिए पेयजल लाइनें बिछाईं और भंडारण टैंक बनवाया। पर उसके बाद भी वो हर साल बारिश में बह जाती है।
आज के टाइम में गांव हो चुका है पूरी तरह से वीरान
बता दें साल 1955 में भारी बारिश के कारण गांव का जलस्रोत भूस्खलन की चपेट में आ गया। इसी की वजह से गांव में जलसंकट पैदा होने लगा। वहीं स्थानीय पंचायत और जलशक्ति विभाग की तरफ से वैकल्पिक स्थान से पानी की आपूर्ति के प्रयास किए गए। वहीं गांव के लोगो को अन्य स्रोत न मिलने के कारण पानी की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पाया। जिस कारण ग्रामीण मजबूर हो गएं अपने घर को छुड़ने के लिए। इसलिए आज के समय में वो गांव पूरी तरह से वीरान हो चुका है।
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