Indai News(इंडिया न्यूज़) Vinesh Phogat Case: भारतीय कुश्ती महा संघ के अध्यक्ष और बीजेपी के संसद बृजभूषण शरण सिंह पर भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं ने महिला खिलाड़ियों के साथ यौन उत्पीड़न का ओराप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर में एक बार फिर धरना शुरू कर दिया। इस मामले में पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की है। मंगलवार को उनके वकील इस याचिका में चीफ जस्टिस के सामने सुनवाई के करने की मांग रखेगें।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का फिर से धरना
कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ FIR दाखिल करने की मांग
जानें क्या है पहलवानों की मांग
इस याचिका में पहलवान विनेश फोगाट के साथ बैठे पहलवानों ने कुश्ति संघ के अध्यक्ष के बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। 21 अप्रैल को पहलवान विनेश फोगाट और साथ 7 खिलाड़ियों ने दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दाखिल करने के लिए गए थे, लेकिन देर रात तक इंतजार करने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में उनकी एफआईआर दाखिल नहीं की।
18 जनवारी को पहलवानों ने मामला उठाया
मालूम हो कि जानी-मानी महिला पहलवान विनेश फोगाट ने 18 जनवरी को जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। उनके साथ इस प्रदर्शन में कई नामी पहलवान शामिल हुए थे। इसमें विनेश फोगाट के साथ-साथ बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, सोनम मलिक और अंशू मलिक जैसे पहलवान थे। पहलवानों ने महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया था। देश के अन्य पहलवानों ने भी फेडरेशन पर मनमानी करने की बात कही थी।
सराकार ने गठन की थी 6 सदस्य समिती
इस मामले में सरकार ने मुक्केबाज मेरी कॉम की अध्यक्षता में 6 सदस्य निगरानी समिती का गठन किया था। समिती में पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, पहलवान बबीता फोगाट और टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन शामिल थे। मार्च में बृजभूषण के खिलाफ लगे आरोपी की रिपोर्ट खेल मंत्रालय को सौप दि थी। इसमें रिपोर्ट में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ इस मामला आरोपों को खारिज कर दिया था।
जानें क्या है अब पहलवानों की प्रमुख मांग
वहीं अब पहलवानों की मांग है कि कुश्ति संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के आरोप में आई विषेश समिती का रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। इसके अलावा इस मामले में पहवानों के द्वारा एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की जा रही है।